एस आर एम एस रिद्धिमा में सजी संगीतमय कार्यक्रम शास्त्रीय रागों की महफिल


बरेली , 24 जुलाई । एसआरएमएस रिद्धिमा में रविवार कल शाम शास्त्रीय वाद्य यंत्रों और शास्त्रीय रागों पर आधारित संगीतमय कार्यक्रम ‘राग्स’ का आयोजन हुआ। इसमें गायन सीख रहे विद्यार्थियों और गायन गुरुओं ने शास्त्रीय रागों पर आधारित गीतों को स्वर दिए। तो वाद्य यंत्रों के गुरुओं ने उनका शानदार साथ दिया। कार्यक्रम का आरंभ राग पुनिया धनश्री से हुआ। वाद्य यंत्र सीख रहे विद्यार्थियों ने इसे प्रस्तुत किया। गायन के विद्यार्थियों ने गायन गुरु स्नेह आशीष दुबे और आयुषि मजूमदार के साथ राग यमन पर आधारित बंदिश आवन कह गयो आमग बहिलवा को स्वर दिए। कुंवर पाल और टुक्कुमनी ने राग जोग पर आधारित साजन मोरे घर आए बंदिश को सितार और हरमोनियम की संगत से प्रस्तुत किया। अतिथि गायक डा.वंदना दुग्गल खन्ना ने गायन गुरु आयुषि मजूमदार के साथ हिंदुस्तानी और कर्नाटक संगीत पर आधारित राग जोग और रागम नत्ताई पर बंदिश को स्वर दिए। आशीष सिंह और चंद्रमोहन सिंह ने संतूर और बांसुरी की संगत पर बंदिश सखी ऐरी आली पिया बिन को राग यमन में प्रस्तुत किया। गायन के विद्यार्थियों ने गायन गुरु स्नेह आशीष दुबे और गुरु आयुषि मजूमदार के साथ राग भैरवी मैडले पर मां सरस्वती शारदा, किसी नजर को तेरा इंतजार आज भी है और हमें तुमसे प्यार कितना गीतों को प्रस्तुत किया। गुरु उमेश मिश्रा और सूर्यकांत चौधरी ने राग चारुकेशी को सारंगी और वायलिन के जरिये बंदिश को श्रोताओं के सामने रखा। इस मौके पर एसआरएमएस ट्रस्ट के संस्थापक व चेयरमैन देवमूर्ति जी, आशा मूर्ति जी, इंजीनियर सुभाष मेहरा, डा.प्रभाकर गुप्ता, डा.अनुज कुमार सहित शहर के गणमान्य लोग मौजूद रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

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