महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय एवं अमेरिका की मेसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी के मध्य हुआ तकनीकी स्थानांतरण व शैक्षणिक समझौता
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बरेली ,12जनवरी।महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय एवं अमेरिका की मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी के मध्य कल तकनीकी स्थानांतरण व शैक्षणिक समझौता हुआ ।
मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ओपी धनखड़ ने महात्मा ज्योतिबा फूले रोहिलखंड विश्वविद्यालय का दौरा किया एवं दोनों विश्वविद्यालय के मध्य तकनीकी स्थानांतरण एवं शैक्षिक आदान प्रदान हेतु समझौता किया। इस अवसर पर प्रोफेसर ओ पी धनकर् ने रोहिलखंड इनक्यूबेशन फाउंडेशन के सेमिनार हॉल में व्याख्यान दिया एवं नानोबियोटेक्नॉलॉजी के क्षेत्र में शोध कार्यो के संबंध में छात्रों को दिशा निर्देश भी दिए।
प्लांट साइंस विभाग एवं डायरेक्टरेट ऑफ़ इंटरनेशनल रिलेशनशिप के संयुक्त तत्वाधान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्वागत उद्बोधन प्लांट साइंस विभाग के विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर आलोक श्रीवास्तव ने किया ।उन्होंने अतिथियों का स्वागत किया एवं तकनीकी हस्तानांतरण के लिए मेसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी को धन्यवाद भी दिया। कार्यक्रम के कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर उपेंद्र कुमार ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की एवं प्रोफेसर ओपी धनखड़ के अंतरराष्ट्रीय शोध के संबंध में छात्रों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी विश्व रैंकिंग में 21वे नंबर पर है। इस इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर केपी सिंह ने बताया कि रुहेलखंड विश्वविद्यालय के छात्र मैसाचुसेट्स यूनिवर्सिटी में अध्ययन एवं शोध कार्यों के लिए जा सकते हैं ।इसके लिए आर्थिक सहायता रुहेलखंड विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जाएगी। प्रोफेसर केपी सिंह ने शोध कार्यों को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय परिसर के विभिन्न विभागों के प्रोफेसर एवं विभाग अध्यक्षों को महत्त्वपूर्ण दिशा निर्देशन दिए जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शोध के क्षेत्र में रुहेलखंड विश्वविद्यालय अपना योगदान दे सके एवं देश को गौरवान्वित कर सके। कार्यक्रम के अंत में संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर संजय कुमार गर्ग ने धन्यवाद ज्ञापन दिया एवं इस तकनीकी समझौता से होने वाले शैक्षणिक लाभ से भी छात्रों को अवगत कराया। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर अतुल कटियार ने किया।
तकनीकी समझौते पर हस्ताक्षर प्रोफेसर बेदी,प्रोफेसर सुधीर कुमार, प्रोफेसर उपेन्द्र कुमार,प्रो नवीन व प्रो एस के पाण्डे ने किए।
कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रो जे एन मौर्य ,प्रो भोले खान,डॉ विजय कुमार सिंहाल, डॉ पंकज अरोरा,व डॉ ललित पाण्डे, तपन वर्मा, रॉबिन बालियान का विशेष योगदान रहा।
इस अवसर पर विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, संकायाध्यक्ष,फैकल्टी मेम्बर्स, शोध छात्र व परास्नातक छात्र सम्मिलित हुए।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट