यहां है दुनिया का सबसे लंबा हाईवे, 30,000 किमी तक न दिखेगा कट और न कोई टर्न, सफर तय करने में लग जाएंगे महीने

अच्‍छी सड़कें किसी भी देश के विकास की निशानी होती हैं। सड़क न होती तो एक दिन का काम एक महीने में भी नहीं हो पाता। हालांकि, पिछले कुछ सालों में भारत में खूब सड़कें बनी हैं। बात अगर भारत की सबसे लंबी सड़क की करें, तो एनएच 44 एक ऐसा नेशनल हाईवे है, जो 37454 किमी लंबा है। यह हाईवे कन्याकुमारी से शुरू होकर सीधे श्रीनगर तक जाता है। लेकिन दुनिया में एक ऐसा हाईवे भी है, तो शहर या राज्‍यों को नहीं बल्कि 14 देशों को कवर करता है।

इस हाईवे पर अगर आप चलते रहे, तो 14 देश पार कर जाएंगे और आपको पता भी नहीं चलेगा। हम बात कर रहे हैं एनएच 44 की। यह हाईवे नॉर्थ अमेरिका से शुरू होकर कई देशों को पार करते हुए साउथ अमेरिका के अर्जेंटीना तक जाता है। अपनी लंबाई की वजह से इसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है। तो चलिए जानते हैं दुनिया के इस मशहूर हाईवे के बारे में।

पैन अमेरिकन हाईवे दुनिया की सबसे मशहूर और लंबी सड़क है। यह सड़क दो महाद्वीपों को मिलाकर बनाई गई है। इसे बनाने का ख्‍याल सबसे पहले सन 1923 में आया था। दिलचस्‍प बात है कि इस हाईवे को बनाने में केवल एक देश की नहीं बल्कि 14 देशों का योगदान है। इन देशों का नाम है कोस्टा रिका पेरू, पनामा, निकारागुआ, मैक्सिको,हैंयूएस, होंडुरस, ग्वाटमाला, बोलीविया , अल सल्वाडोर, कोलोंबिया, चिली, कनाडा और अर्जेंटीना।

यह हाईवे सीधा और बिना रुकावट के बिना है। 30,000 किमी तक न यहां कोई टर्न और न ही कोई कट। फिर भी इस पर चलना उतना आसान नहीं है। बता दें कि आज भी इसका एक हिस्‍सा अधूरा रह गया है। 110 किमी के इस हिस्‍से को डारियन गैप कहते हैं। दरअसल, इस इलाके में अपहरण, ड्रग ट्रेफिकिंग और स्‍मगलिंग जैसी कई चीजों को अंजाम दिया जाता है।

सुनने में भले ही अच्‍छा लगे लेकिन इस हाईवे पर चलना बिल्‍कुल भी आसान नहीं है। इसकी मुख्‍य वजह लंबाई है। इस हाईवे पर आपको घने जंगल, बर्फीले क्षेत्र और रेगिस्तानी इलाका मिलेगा। इसे पार करना हर किसी के बस की बात नहीं है। इसकी यात्रा पूरी करने में महीनों लग जाते हैं।

वैसे तो यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपके व्‍हीकल की स्‍पीड क्‍या है। लेकिन एक अनुमान के मुताबिक अगर हर दिन 500 किमी का सफर तय किया जाए, तो पूरे 60 दिन लगेंगे। कालोरस सांतांमारिया नाम के एक साइकलिस्ट ने इस रास्‍ते को 117 दिन में पूरा किया था। उसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्‍ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है।

ये जानना मजेदार है कि यह रूट काफी लंबा है। सबसे अच्‍छी बात है कि इस हाईवे का कोई एक रूट नहीं है। बल्कि इसके कई रूट हैं। अगर इसके सभी रूटों को मिला लें, तो इसकी लंबाई 48,000 किमी तक है। ऐसा कहते हैं कि आप अगर नॉर्थ और साउथ अमेरिका की 2 राजधानियों के बीच सफर कर रहे है, तो कहीं न कहीं आप पैन अमेरिकन हाईवे पर आ ही जाएंगे।

जिन लोगों को ट्रेवलिंग पसंद है, उन्‍हें इस हाईवे की सैर जरूर करनी चाहिए। इस हाईवे पर यात्रा करना काफी रोमांचक होगा। इससे गाड़ी चलाने वाले को कई परिस्थितियों से गुजरना पड़ेगा। ऐसे में सलाह दी जाती है कि इस सड़क पर गाड़ी चलाने वाले लोग बहुत एक्सपर्ट होने चाहिए।

यह हाईवे इतना खूबसूरत है कि हर सालों हजारों लोग इस हाईवे पर लांग ड्राइव के लिए निकलते हैं। इसके लिए वे महीनों से तैयारी करते हैं। ऐसे कई लोग हैं ,जो इस हार्ड वे पर बाइक से ट्रेवल करना पसंद करते है। खैर, आप कार से सफर करें या बाइक से आपके व्‍हीकल में सभी प्रकार के टूल होने चाहिए। ताकि गाड़ी पंचर या खराब होने पर आप उसे ठीक कर सकें। क्‍योंकि दूर दूर तक यहां कोई मैकेनिक भी नहीं मिलता। इसलिए यहां आपका हुनर काम आता है।

 

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया The Lucknow Tribune के  Facebook  पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें... -------------------------
E-Paper