रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के डाॅ अमित कुमार वर्मा प्रधानमंत्री जन औषधि परियोजना हेतु नामित

बरेली ,17 जनवरी। रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय के डाॅ अमित कुमार वर्मा, फैकल्टी डिपार्मेंट आफ फार्मेसी, को फार्मेसी काउंसिल ऑफ़ इंडिया ने प्रधानमंत्री जन औषधि परियोजना को आगे बढ़ाने के लिए नामित सदस्य बनाया है। प्रधानमंत्री जन औषधि परियोजना ,ब्यूरो ऑफ़ फार्मास्यूटिकल एंड मेडिकल डिवाइसेज, डिपार्टमेंट ऑफ़ फार्मास्यूटिकल भारत सरकार के अन्तर्गत आती है जिसके अन्तर्गत जन औषधि केंद्र खोले जाते हैl

केंद्रों का फायदा न केवल मरीजों को मिलता है बल्कि इससे फार्मेसी की डिग्री और डिप्लोमा करने वाले युवाओं को भी रोजगार मिलेगा। इन जन औषधि केदो पर मिलने वाली जेनेरिक दवाएं ब्रांडेड दवाएं जैसे ही कारगर होती हैं उनकी गुणवत्ता की गारंटी होती है क्योंकि यह दवाइयां एन ए बी एल से मान्यता प्राप्त लैबोरेट्रीज से जांच करने के बाद ही भेजी जाती हैं।

प्रधानमंत्री जन औषधि प्रयोजना, जो भारत सरकार द्वारा संचालित हो रही एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य देशवासियों को सस्ती, उच्च गुणवत्ता वाली दवाओं की सुरक्षित और सुलभ पहुंच सुनिश्चित करना है। इस प्रयोजना के माध्यम से, सरकार ने उन लोगों के लिए एक सुविधा प्रदान की है जो अच्छी चिकित्सा सेवाओं का अधिक सुलभता से लाभ उठाना चाहते हैं, लेकिन उच्च मूल्य वाली दवाओं की कमी के कारण इससे वंचित रह रहे हैं।

इस योजना के तहत, प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों की व्यापक नेटवर्क बनाई गई है, जो देशभर में विभिन्न क्षेत्रों में स्थित हैं। ये केंद्र सस्ती में उच्च गुणवत्ता वाली दवाओं की आपूर्ति करते हैं, जो लोगों को उपयुक्त और सहीमूल्य वाली दवाओं से आश्वासन मिलता है। इसके माध्यम से, समृद्धि के विभिन्न वर्गों के लोगों को समान रूप से चिकित्सा सुविधाओं का अधिक सुलभता से लाभ हो रहा है।

प्रधानमंत्री जन औषधि प्रयोजना का लाभ लेने वाले लोग उच्च गुणवत्ता वाली दवाओं को सस्ते मूल्य पर प्राप्त कर सकते हैं, जो उन्हें बड़े खर्च के बिना सही चिकित्सा सेवाओं का लाभ उठाने में सक्षम बनाता है। इससे न केवल रोगियों को आर्थिक बोझ कम होता है, बल्कि इससे उन्हें बेहतर स्वास्थ्य देखने का भी मौका मिलता है।

इस योजना के साथ, सरकार ने देश में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए एक बहुत उत्साही दृष्टिकोण दिखाया है। यह उद्योगों को बढ़ावा देने और उत्पादन को बढ़ावा देने के माध्यम से न केवल रोगियों को सस्ती दवाओं तक पहुंचने में मदद कर रहा है, बल्कि इससे आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिल रहा है।
इस पहल के माध्यम से, प्रधानमंत्री जन औषधि प्रयोजना एक सशक्त और स्वस्थ भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो विभिन्न वर्गों के लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाओं का अधिक सुलभता सुनिश्चित करने में मदद कर रहा है। यह योजना न केवल स्वास्थ्य सेवाओं के पहुंच को बढ़ावा दे रही है, बल्कि उद्योग, रोजगार, और आर्थिक समृद्धि की दिशा में भी महत्वपूर्ण योगदान कर रही है।
डॉ वर्मा बताते है कि
यह भी समझना होगा कि आखिर यह दवाई सस्ती क्यों होती हैं इन दावों का सस्ती होती है क्योंकि इनके प्रचार में धन व्यय नही होता है, वल्कि ब्रांडेड दवाइयां जो काफी महंगी होती हैं उनकी कम्पनी अपने उत्पादों के प्रमोशन में बड़ी राशि बड़ी धनराशि खर्च करती हैं इससे उनकी दवाइयां महंगी हो जाती हैं।
फार्मेसी काउंसिल आफ इंडिया ने भी अपने प्रयासों में पूरे देश में कोऑर्डिनेटर व मेंबर्स नॉमिनेटेड किए हैं।

बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

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