शरीर में जाते ही कमाल करने लगता है एलोवेरा जेल, हड्डियों के छेद भरने लगेंगे, बढ़ता है इंसुलिन

ऑस्टियोपोरोसिस में हड्डियों की मजबूती खत्म होने लगती है। इसकी वजह से छोटे-छोटे छेद बन सकते हैं। यह बीमारी आगे चलकर इतनी खतरनाक हो सकती है कि मामूली-सी चोट के कारण बड़ा फ्रैक्चर हो सकता है। अगर आप हड्डियों की इस बीमारी से बचना चाहते हैं तो एलोवेरा जेल मदद कर सकता है।

एलोवेरा जेल कैसे खाएं? आमतौर पर एलोवेरा जेल स्किन पर लगाया जाता है। लेकिन आप इसका सेवन भी कर सकते हैं और जूस बनाकर भी पी सकते हैं। इसके लिए आप एलोवेरा की पत्तियों के अंदर से जेल निकालने के बाद पीला लैटेक्स निकल जाने दें। फिर जेल को थोड़ी देर पानी में भिगोने के बाद खाएं।

एलोवेरा जेल के अंदर acemannan होता है। 2014 की एक स्टडी (ref.) इस तत्व को हड्डियों की बनावट के लिए जरूरी मानती है। इसकी मदद से हड्डियों का घनत्व बढ़ने लगता है और इससे जुड़ी चोट भी जल्दी ठीक होने लगती है।

​ डायबिटीज के मरीजों के लिए एलोवेरा जेल लाभदायक हो सकता है। इससे ब्लड शुगर का लेवल कम कर सकते हैं। 2011 की स्टडी (ref.) कहती है कि एलोवेरा जेल मोटापा बढ़ाने वाली इंफ्लामेशन को रोकता है। परिणामस्वरूप, शरीर में इंसुलिन का काम बढ़ने लगता है।

एलोवेरा जेल को माउथवॉश की तरह भी काम में ले सकते हैं। इसमें प्रभावकारी एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटी-वायरल गुण होते हैं, जिससे दांतों की सड़न खत्म हो जाती है। इसका इस्तेमाल ओरल हेल्थ को सुधार सकता है।

जानवरों पर हुए एक अध्ययन में पता चला कि इस कांटेदार पौधे के जेल में मेमोरी बढ़ाने वाली खासियत है। डिप्रेशन के लक्षणों को इसका सेवन करके कम किया जा सकता है और सीखने व याद करने की क्षमता बढ़ाई जा सकती है।

​वेट लॉस में मददगार होता है
हेपेटाइटिस का उपचार बन सकता है
आईबीएस की बीमारी दूर कर सकता है
इंफ्लामेशन रोक सकता है​

एलोवेरा जेल का सेवन करते हुए इस बात का ध्यान रखें कि यह गर्भवती महिलाओं के लिए नुकसानदायक हो सकता है। वहीं, इससे पेट की दिक्कतें भी बढ़ सकती हैं और इससे निकलने वाले पीले पदार्थ लेटैक्स का सेवन करने से बिल्कुल बचें।

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