सावन सोमवार में हरियाली अमावस्या का संयोग, जानें दान-स्नान का शुभ मुहूर्त

सावन का दूसरा सोमवार हरियाली अमावस्या को साथ लेकर आ रहा है. अमावस्या पितरों की उपासना तिथि मानी जाती है. सोमवार के साथ अमावस्या का अद्भुत संयोग जीवन की हर मनोकामनाओं को पूरा कर सकता है. इस दिन उपवास रखकर शिवजी की पूजा और मंत्र जाप किए जाएं तो आर्थिक और पारिवारिक समस्याएं दूर हो जाती हैं. अगर कोई अज्ञात बाधा है तो इस दिन पूजा उपासना से विशेष लाभ लिया जा सकता है. अमावस्या के दिन शिवजी की पूजा प्रदोष काल में करना सर्वोत्तम होता है.

श्रावण मास की अमावस्या को हरियाली अमावस्या कहा जाता है. वातावरण की हरियाली के कारण इसको हरियाली अमावस्या कहा जाता है. इस दिन दान, ध्यान और स्नान का विशेष महत्व है. इसके अलावा इस दिन विभिन्न मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए पौधे भी लगाए जाते हैं. इस तिथि को पौधों के माध्यम से सम्पन्नता और समृद्धि प्राप्त की जा सकती है.

इस साल हरियाली अमावस्या सोमवार, 17 जुलाई को पड़ रही है. इस दिन दान-स्नान का पहला शुभ मुहूर्त सुबह 05 बजकर 34 मिनट से सुबह 07 बजकर 17 मिनट तक है. इसके बाद दूसरा शुभ मुहूर्त सुबह 09 बजकर 01 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 44 मिनट तक रहेगा.

हरियाली अमावस्या पर शिवलिंग पर बेलपत्र जरूर चढ़ाएं. कोई न कोई पौधा अवश्य लगाए. अन्न और जल का दान करें. शिव मंत्र का यथा शक्ति जप करें. इस दिन पशुओं को चारा जरूर खिलाना चाहिए.

हरियाली अमावस्या पर आप उत्तम स्वास्थ्य के लिए तुलसी का पौधा लगा सकते हैं. धन संपत्ति और कर्ज मुक्ति के लिए बेलपत्र का पौधा लगा सकते हैं. संतान प्राप्ति के लिए पीपल का पौधा लगा सकते हैं. सुखद वैवाहिक जीवन और पारिवारिक सुख शांति के लिए बरगद का पौधा लगाना उचित है. शिक्षा, करियर और मेधा के लिए अशोक का पौधा लगाने से लाभ होगा.

 

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