मुख्यमंत्री की फटकार के बाद प्रतापगढ़ के जिलाधिकारी प्रकाश चन्द्र श्रीवास्तव हटाए गए
डा० एस० के० पाण्डेय
प्रतापगढ़
शनिवार को राजस्व विभाग की समीक्षा के दौरान प्रतापगढ़ के डीएम प्रकाश चंद्र श्रीवास्तव को मुख्यमंत्री ने लचर कार्यशैली के लिए फटकारा था, जिसके बाद उनको हटाकर प्रतीक्षारत कर दिया गया है। उनके स्थान पर सिद्धार्थनगर के डीएम संजीव रंजन को प्रतापगढ़ भेजा गया है।
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि जनसुनवाई समाधान प्रणाली, आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन की अगस्त माह की टाप और बाटम 10 रैंकिंग मुख्यमंत्री के सामने प्रस्तुत की गई।
प्रदेश के सभी जिलों के जिलाधिकारियों, पुलिस कमिश्नर, एसएसपी और एसपी के अलावा तहसीलों के कार्यों के विस्तृत मूल्यांकन के आधार पर यह सूची तैयारी की गई है।
सूची में खराब प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को मुख्यमंत्री ने कड़ी हिदायत देते हुए अपनी कार्यप्रणाली में सुधार की नसीहत दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक माह बाद दोबारा सभी के कार्यों की समीक्षा होगी, जिसमें खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि अधिकारी जनता के लिए कारगर बनेंगे तो उनका कार्यकाल भी यादगार बनेगा।
योगी आदित्यनाथ ने खराब प्रदर्शन वाले सभी जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों को एक माह के अंदर सतत जन सुनवाई करते हुए समस्याओं के निपटारे के निर्देश दिए हैं।
आइजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन के कार्यों में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले टाप 10 जिलाधिकारियों में अमेठी, कन्नौज, श्रावस्ती, शाहजहांपुर, सोनभद्र, गाजियाबाद, महोबा, मिर्जापुर, हापुड़ और भदोही शामिल हैं।
वहीं, बागपत, गोरखपुर, बरेली, वाराणसी, प्रयागराज, आगरा, सिद्धार्थनगर, सहारनपुर, रामपुर और मुरादाबाद के जिलाधिकारियों के प्रदर्शन को सबसे खराब बताया गया है।
इसी प्रकार सबसे अच्छा कार्य करने वाले पुलिस आयुक्त, एसएसपी और एसपी में क्रमश: अलीगढ़, श्रावस्ती, सोनभद्र, हमीरपुर, कुशीनगर, फर्रूखाबाद, कासगंज, चित्रकूट, भदोही और हाथरस हैं।
इसी प्रकार खराब प्रदर्शन करने वालों में बरेली, लखनऊ, गोरखपुर, फतेहपुर, झांसी, अयोध्या, एटा, हापुड़, आजमगढ़ और संत कबीर नगर के पुलिस अधिकारी शामिल हैं।