G-20 शिखर सम्मेलन: PM मोदी ने की 8 मुलाकातें, समझें भारत के लिए क्या हैं मायने

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिखर सम्मेलन से इतर आठ राष्ट्राध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं। सभी बैठकों का प्रमुख ध्यान रक्षा और आर्थिक संपर्क को बढ़ावा देने पर था। प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को कहा कि भारत की जी-20 की अध्यक्षता समावेशी, महत्वाकांक्षी, निर्णायक और कार्योन्मुखी होगी तथा देश ऐसे समय में यह जिम्मेदारी संभाल रहा है जब दुनिया भूराजनीतिक तनावों, आर्थिक मंदी एवं बढ़ती ऊर्जा कीमतों से जूझ रही है। जी-20 के यहां हुए दो दिवसीय सम्मेलन के समापन पर भारत को इस प्रभावशाली समूह की अध्यक्षता सौंपी गयी।

सिंगापुर- निवेश का न्योता
सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्यापार एवं निवेश बढ़ाने के बारे में चर्चा हुई। तकनीक, नवीकरणीय ऊर्जा, कौशल विकास में निवेश का न्योता दिया। पीएम मोदी ने सिंगापुर को हरित अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचे एवं डिजिटलीकरण के क्षेत्रों में निवेश करने तथा भारत के राष्ट्रीय इन्फ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन, एसेट मॉनिटाइज़ेशन प्लान और गतिशक्ति योजना का लाभ उठाने का प्रस्ताव दिया।

फ्रांस- रक्षा पर जोर
फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों के साथ मुलाकात में दोनों नेताओं ने रक्षा, असैन्य परमाणु ऊर्जा, व्यापार एवं निवेश के क्षेत्रों में मौजूदा सहयोग की समीक्षा की और नये क्षेत्रों में आर्थिक साझेदारी बढ़ाने के प्रस्ताव का स्वागत किया।

इटली- व्यापार की बात
इटली की पहली महिला प्रधानमंत्री जिओर्जिया मेलोनी के साथ मुलाकात में दोनों नेताओं ने व्यापार एवं निवेश, आतंकवाद से मुकाबले तथा जनता के बीच संपर्क बढ़ाने के बारे में चर्चा की।

जर्मनी- परिवहन व वित्तीय क्षेत्र में सहयोग बढ़ेगा
जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज के साथ मोदी ने व्यापक द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की तथा परिवहन, आव्रजन, वित्तीय एवं रक्षा क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के रास्ते तलाशने पर भी चर्चा की।

ऑस्ट्रेलिया- शिक्षा को लेकर भागीदारी पर फैसला
ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज के साथ रक्षा, व्यापार, शिक्षा, स्वच्छ ऊर्जा और जनता के बीच संपर्क को लेकर सहयोग की समीक्षा की। उच्च शिक्षा पर साझेदारी बढ़ेगी।

ब्रिटेन- रक्षा-सुरक्षा में भागीदारी पर सहमत
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मोदी की द्विपक्षीय चर्चा हुई। विदेश मंत्रालय ने कहा कि चर्चा व्यापार, गतिशीलता, रक्षा और सुरक्षा जैसे सहयोग के महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर हुई। दोनों नेताओं ने भारत ब्रिटेन समग्र रणनीतिक साझीदारी की स्थिति एवं प्रगति तथा भावी द्विपक्षीय संबंधों के रोडमैप 2030 को लेकर प्रगति पर संतोष जाहिर किया। दोनों नेताओं जी-20 एवं राष्ट्रमंडल जैसे बहुपक्षीय मंचों पर तथा द्विपक्षीय रूप से मिल कर काम करने की महत्ता की भी सराहना की।

अमेरिका- रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा
मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने उभरती प्रौद्योगिकियों तथा कृत्रिम बुद्धिमत्ता सहित अन्य क्षेत्रों में भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी की स्थिति की मंगलवार को समीक्षा की। एक अन्य बैठक में, प्रधानमंत्री ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के साथ भी चर्चा की। समझा जाता है कि इंडोनिशिया के बाली शहर में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर अपनी बैठक के दौरान मोदी और बाइडन ने रूस-यूक्रेन युद्ध और उसके प्रभावों के बारे में भी चर्चा की।

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