अपोलो प्रोटोन कैंसर सेंटर ने सिर और गर्दन के कैंसर के लिए उत्कृष्टता केंद्र लॉन्च किया

रायपुर, 17 नवंबर, 2023: अपोलो प्रोटोन कैंसर सेंटर्स (एपीसीसी) ने सिर और गर्दन के कैंसर के लिए अपने अभूतपूर्व उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) के उद्घाटन की घोषणा की है। कैंसर प्रबंधन के विस्तृत उपागमों और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के साथ, एपीसीसी सिर और गर्दन के कैंसर के उपचार के तरीकों में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए तैयार है, जिससे रोगियों की कार्यक्षमता और सौन्दर्य संरक्षित करते हुए उन्हें सर्वोत्तम संभव ऑन्कोलॉजिकल परिणाम प्रदान किए जा सकेंगे।

सिर और गर्दन का कैंसर एक बड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है, दुनिया भर में सिर और गर्दन के कैंसर के मामलों में से 57.5% मामले एशिया से हैं। भारत पर भी इसका बहुत बोझ है क्योंकि विश्व भर में सिर और गर्दन के कैंसर के 30% मामले भारत से हैं। 2018 में, भारत में मुंह के कैंसर के 1,19,992 नए मामले और 72,616 मौतें दर्ज की गईं, जिससे देश को “मुंह के कैंसर की राजधानी” होने का दुर्भाग्यपूर्ण खिताब मिला। यह चिंताजनक रुझान यहाँ के लोगों की अनोखी आदतों, जैसे कि तम्बाकू चबाना, और धुआं रहित तंबाकू उपयोग से जुड़े मुंह के कैंसर के ज्यादातर मामलों के कारण है।

एपीसीसी में विकिरण ऑन्कोलॉजी विभाग की निदेशक – स्तन, सिर और गर्दन, डॉ. सपना नांगिया ने स्थिति की गंभीरता पर बल देते हुए कहा, “भारत में सिर और गर्दन के कैंसर का प्रसार चिंता का कारण है, और इसके लिए एक विशेष तथा समेकित उपचार की आवश्यकता है। सिर और गर्दन कैंसर के लिए एपीसीसी का उत्कृष्टता केंद्र हमारे रोगियों की कार्यक्षमता और सौन्दर्य संबंधी परिणामों को प्राथमिकता देते हुए सर्वोत्तम संभव ऑन्कोलॉजिकल परिणाम प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

एपीसीसी में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के वरिष्ठ सलाहकार- सिर और गर्दन, डॉ. संदीप दुआराह ने कहा, “सिर और गर्दन के कैंसर का प्रबंधन हमेशा एक बहु-विषयक उपागम रहा है। यहां एपीसीसी में, हमारे पास न केवल हमारी सहायता के लिए सभी अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियां उपलब्ध हैं, बल्कि हमारी ताकत हमारी टीम में निहित है, जो रोगी के कल्याण हेतु लिए गए सभी उपचार निर्णयों में एक-दूसरे पर भरोसा करते हुए, सही तालमेल के साथ काम करती है। एपीसीसी में, हम पूरे टीम वर्क में विश्वास करते हैं जो हमारी ताकत है।”

केंद्र की अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों में रोबोटिक सर्जरी, वर्चुअल प्लानिंग और 3डी प्रिंटिंग, वॉयस बॉक्स कैंसर के लिए Co2 लेजर, संभावित घातक कैंसर के शुरुआती निदान हेतु नैरो-बैंड इमेजिंग, हाई-एंड एंडोस्कोपिक इंस्ट्रूमेंटेशन और खोपड़ी-आधारित ट्यूमरों के लिए नेविगेशन सिस्टम शामिल हैं।

एपीसीसी में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के वरिष्ठ सलाहकार – सिर और गर्दन, डॉ. नवीन हेडने ने केंद्र की क्षमताओं के बारे में अपना उत्साह साझा करते हुए कहा, “एपीसीसी की हमारी टीम में समर्पित पेशेवर शामिल हैं जो सिर और गर्दन के कैंसर प्रबंधन में 100 से अधिक वर्षों का सामूहिक नैदानिक ​​अनुभव लाते हैं। हम अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों से लैस हैं, और हमारा बहु-विषयक उपागम यह सुनिश्चित करता है कि रोगियों को उच्चतम स्तर की देखभाल मिले।

एपीसीसी में मेडिकल ऑन्कोलॉजी के वरिष्ठ सलाहकार – सिर और गर्दन, डॉ. प्रसाद ईश्वरन ने एक समन्वित उपागम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “हमारी टीम में विकिरण ऑन्कोलॉजिस्ट, रोबोटिक सर्जन, मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट, पैथोलॉजिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट, भाषण चिकित्सक, थेरानोस्टिक्स/परमाणु चिकित्सा विशेषज्ञ, और एनेस्थेसियोलॉजिस्ट सहित विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ शामिल हैं। यह बहु-विषयक उपागम हमें रोगियों को एक विस्तृत तथा व्यक्तिगत उपचार योजना प्रदान करने की अनुमति देता है।”

एपीसीसी कैंसर जैसी स्वास्थ्य चुनौतियों का सामना करने वाले व्यक्तियों के लिए समग्र देखभाल प्रदान करना सुनिश्चित करता है। एक विस्तृत उपागम जो उनके शारीरिक, भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक कुशलक्षेम को संबोधित करता है। इस उपागम में विशेष सेवाओं की एक श्रृंखला, जैसे कि उपचार के दौरान उचित पोषण सुनिश्चित करने के लिए आहार सहायता, बात करने और निगलने में कठिनाई से जूझते लोगों की सहायता के लिए निगलने और भाषण चिकित्सा जैसी सेवाएं शामिल हैं। साइको-ऑन्कोलॉजी के चिकित्सक भावनात्मक सहायता प्रदान करते हैं और कैंसर की मानसिक पीड़ा से जूझते लोगों के मनोवैज्ञानिक पहलुओं को संबोधित करते हैं जबकि फिजियोथेरेपी टीम शारीरिक क्रिया को बनाए रखने या सुधारने में निरंतर मदद करती है।

एपीसीसी, रोगी की देखभाल योजना में इन घटकों को एकीकृत करके जीवन की समग्र गुणवत्ता को बढ़ाता है और कुशलक्षेम को बढ़ावा देता है, यह पहचानते हुए कि ठीक होना केवल चिकित्सा उपचार तक ही सीमित नहीं है।

सिर और गर्दन के कैंसर के लिए इस उत्कृष्टता केंद्र का लॉन्च, कैंसर देखभाल को बेहतर बनाने और रोगियों के लिए सर्वोत्तम संभव परिणाम प्रदान करने हेतु एपीसीसी की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। अपनी अत्याधुनिक प्रैद्योगिकियों, विशेषज्ञों की अनुभवी टीम और ऑन्कोलॉजिकल तथा कार्यात्मक कुशलता दोनों के प्रति समर्पण के माध्यम से, एपीसीसी सिर और गर्दन के कैंसर के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण प्रभाव डालने के लिए तैयार है।

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया The Lucknow Tribune के  Facebook  पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें... -------------------------
E-Paper