आकांक्षात्मक विकासखंड मझगवां व फतेहगंज पश्चिमी बने प्रदेश में नम्बर वन।मा0 मुख्यमंत्री जी ने प्रति विकास खण्ड 60 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि देकर किया पुरस्कृत

बरेली, 05 अगस्त। प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के विकास में पिछड़े 100 विकास खण्डों को आकांक्षात्मक विकास खण्ड के रूप में चयनित कर उनके उत्थान एवं सम्यक विकास हेतु कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इन विकास खण्डों में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित कार्यक्रमों/योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु विभिन्न इण्डीकेटर्स निर्धारित किये गये हैं। इन इण्डीकेटर्स की प्रगति की समीक्षा उपरान्त विकास खण्डों की डेल्टा रैंकिंग की जाती है। इन 100 आकांक्षात्मक विकास खण्डों में निर्धारित इण्डीकेटर्स के सतत् अनुश्रवण एवं योजनाओं/कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में सहयोग करने हेतु शासन द्वारा मुख्यमंत्री फेलोशिप कार्यक्रम के अन्तर्गत शोधार्थियों की नियुक्ति की गयी।
माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा कल आकांक्षात्मक विकास खण्डों में कार्यरत शोधार्थियों से संवाद किया गया एवं आकांक्षात्मक विकास खण्डों के वार्षिक प्रतिवेदन 2022-23 का विमोचन किया गया।
तदोपरान्त वर्ष 2022-23 की वार्षिक डेल्टा रैंकिंग में विभिन्न इण्डीकेटर्स पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विकास खण्डों को प्रोत्साहन राशि देकर पुरस्कृत किया गया। प्रदेश में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 6 आकांक्षात्मक विकास खंडों में से जनपद बरेली के दो विकासखंड मझगवां द्वारा चिकित्सा एवं पोषण के क्षेत्र में तथा फतेहगंज पश्चिमी द्वारा वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास के क्षेत्र में वार्षिक डेल्टा रैंकिंग में प्रथम स्थान प्राप्त किया गया। इस प्रकार प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा प्रति विकास खण्ड रुपया 60 लाख की धनराशि प्रोत्साहन राशि के रूप में प्रदान करते हुए मुख्य विकास अधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी मझगवां एवं फतेहगंज पश्चिमी तथा दोनों विकासखंड में तैनात शोधार्थियों को पुरस्कृत किया गया।
चिकित्सा एवं पोषण के क्षेत्र में कुल 23 इण्डीकेटर्स हैं, जिनमें से 17 स्वास्थ्य विभाग एवं 06 बाल विकास विभाग के हैं। इन सभी इण्डीकेटर्स पर विशेष ध्यान देते हुए गर्भवती महिलाओं, कुपोषित (लाल/पीले/बौने) बच्चों को पोषण एवं अन्य चिकित्सा व स्वास्थ्य सम्बन्धी सेवायें उपलब्ध करायी गयीं। इसी प्रकार वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास के क्षेत्र में कुल 16 इण्डीकेटर्स हैं जिनमें से संस्थागत वित्त विभाग के 06, कौशल विकास मिशन के 09 एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का 01 इण्डीकेटर्स है। इन सभी इण्डीकेटर्स पर विशेष ध्यान देते हुए रोजगार मेलों का सफल आयोजन कराकर युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया गया, युवाओं एवं महिलाओं को विभिन्न प्रकार के कौशल प्रशिक्षण दिलाये गये व उन्हें प्रोत्साहित किया गया। ग्रामीणों को बैंकिंग सेवायें सुलभ कराने एवं अधिक से अधिक ग्रामवासियों तक बैंकिंग सेवा पहुँचाने हेतु बी.सी. सखियों की नियुक्ति करायी गयी।
गत वर्ष की वार्षिक रैंकिंग में चिकित्सा एवं पोषण के क्षेत्र में विकासखंड मझगवां 97वें स्थान पर तथा वित्तीय समावेशन एवं कौशल विकास के क्षेत्र में फतेहगंज पश्चिमी 70वें स्थान पर थे। परन्तु उपर्युक्तानुसार कार्यक्रमों के समुचित रूप से क्रियान्वयन एवं जिलाधिकारी श्री शिवाकान्त द्विवेदी, मुख्य विकास अधिकारी श्री जग प्रवेश द्वारा पाक्षिक/साप्ताहिक रूप से नियमित अनुश्रवण करने एवं विकास खण्ड स्तर पर आने वाली समस्याओं का त्वरित रूप से समाधान कराने के फलस्वरूप वर्ष 2022- 23 हेतु जारी वार्षिक डेल्टा रैंकिंग में दोनों विकास खण्डों द्वारा सम्बन्धित क्षेत्र में प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया गया।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट
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