कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक में क्या है अंतर? दोनों में कौन ज्यादा खतरनाक

बॉलीवुड एक्टर सतीश कौशिक की 66 साल की उम्र में कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई है. पिछले कुछ सालों से हार्ट संबंधित बीमारियों से मरने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. जहां पहले लंबी उम्र के बाद हार्ट की बीमारी के मामले सामने आते थे वहीं आज के समय में कम उम्र के लोगों में भी इसके मामले देखे जा रहे हैं. कोरोना के बाद से कार्डियक अरेस्ट के मामलों में भी काफी तेजी देखी जा रही है और युवा भी इसके शिकार हो रहे हैं. डरावनी बात है कि कार्डियक अरेस्ट में दिल की धड़कन काम करना बंद कर देती है और अगर तुरंत इलाज न मिले तो मौत हो जाती है. कई लोग हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के बीच कन्फ्यूज रहते हैं लेकिन दोनों में काफी अंतर है. अगर आप भी दोनों में खास फर्क नहीं कर पाते हैं तो आर्टिकल में जानें कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक के बीच का मुख्य अंतर.

जब इंसान के दिल की धड़कन रुक जाती है और यह शरीर के बाकी हिस्सों तक खून की आपूर्ति नहीं कर पाता है, उस स्थिति को कार्डियक अरेस्ट कहा जाता है.

जब किसी इंसान को कार्डियक अरेस्ट आता है तो वह मिनटों में ही बेसुध या बेहोश हो जाता है. चिंता की बात है कि अगर इसमें तुरंत इलाज न मिले तो व्यक्ति की मौत तक हो जाती है.

कार्डियक अरेस्ट को लेकर एक सबसे ज्यादा डराने वाली बात है कि यह किसी को कभी भी हो सकता है. कई बार हार्ट अटैक भी इसका एक कारण हो सकता है. इसके अलावा अगर किसी इंसान की दिल की मांसपेशियां कमजोर हैं तो इस वजह से भी कार्डियक अरेस्ट का शिकार हो सकता है.

हार्ट अटैक कार्डियक अरेस्ट से काफी अलग है और कार्डियक अरेस्ट से कम खतरनाक है. जब इंसान के दिल तक खून पहुंचाने वाली धमनियों में कोई बाधा आती है या धमनियां 100 फीसदी ब्लॉक हो जाती हैं, उस स्थिति में इंसान को हार्ट अटैक आता है.

हार्ट अटैक के आने से ठीक पहले कई तरह के लक्षण इंसान को नजर आते हैं. इनमें सीने में दर्द होना या सीने में भारीपन महसूस होना इसका सबसे आम लक्षण है. इसके अलावा सांस फूलना, पसीना आना या उल्टी होना भी इसके आम लक्षण हैं. यह लक्षण तुरंत या कुछ घंटों बाद भी सामने आते हैं.

हार्ट अटैक आने की वजह आपकी खराब लाइफस्टाइल हो सकती है. अगर आपकी जीवनशैली ठीक नहीं है तो आप खुद को हार्ट की ऐसी गंभीर स्थिति के पास ले जाते हैं. आजकल लोगों का गलत खानपान या नींद ठीक से ना लेना या एक्सरसाइज न करना हार्ट अटैक की सामान्य वजह हो सकती है.

कार्डियक अरेस्ट से बचने के कुछ तरीके अपनाए जा सकते हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि हार्ट की उचित देखभाल करके हार्ट संबंधित बीमारियों से बचा जा सकता है. इसके लिए अपनी लाइफस्टाइल को हेल्दी रखें, सही आहार का सेवन करें, रोजाना एक्सरसाइज करें, अपने वजन को कंट्रोल रखें, तनाव से बचें, स्मोकिंग-अल्कोहल का सेवन ना करें, समय-समय पर डॉक्टर से संपर्क करते रहें.

अगर किसी को कोरोनरी आर्टरी डिजीज या अन्य हार्ट संबधित कोई बीमारी है तो समय-समय पर चैकअप कराएं. अगर किसी को कार्डियक अरेस्ट आ चुका है तो इम्प्लांटेबल कार्डियोवर्टर डिफाइब्रिलेटर घर पर रखें जिससे दूसरे कार्डियक अरेस्ट के जोखिम को कम किया जा सकता है.

 

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