किसानों को रोकने के लिए शंभू बॉर्डर छावनी में तब्दील, चप्पे-चप्पे पर नजर, जानिए बड़े अपडेट्स

New delhi: एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य, कर्ज माफी की कानूनी गारंटी और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग को लेकर किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आपको बता दें कि किसानों के आंदोलन का आज दूसरा दिन है.

किसानों और सरकार के बीच अब तक हुई सभी बातचीत बेनतीजा रही है और यही कारण है कि अब ‘किसान दिल्ली की ओर मार्च करने की तैयारी कर रहे हैं’ और उनका कारवां इस समय दिल्ली से लगभग 200 किलोमीटर दूर पंजाब-हरियाणा सीमा पर है। जहां पुलिस ने नाकाबंदी कर दी है.

किसान आंदोलन पर बड़ा अपडेट

किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) ने किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च का आह्वान किया है। मंगलवार को शंभू बॉर्डर और जींद बॉर्डर पर पंजाब के किसानों और हरियाणा पुलिस के बीच झड़प हो गई, पुलिस को किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े.

फिलहाल किसानों ने शाम को बॉर्डर पर अपना काफिला रोक दिया और आज सुबह से लगातार दिल्ली की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं.दिल्ली पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए कड़े इंतजाम किए हैं. सीमा सील कर दी गई है, अर्धसैनिक बलों की 60 कंपनियां तैनात की गई हैं.

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रदर्शनकारी किसानों से कहा कि ‘हिंसा समस्या का समाधान नहीं है, आप आएं और सरकार से बात करें’ लेकिन किसान सुनने को तैयार नहीं थे. दिल्ली में फिलहाल धारा 144 लागू है, हालांकि, सीमा पर यातायात की आवाजाही प्रभावित हुई है, जिससे यात्रियों को असुविधा हो रही है, यातायात को भी डायवर्ट किया गया है।

कल भी दिल्ली के लोगों को घेराबंदी के कारण सड़कों पर लंबे जाम का सामना करना पड़ा. हालांकि, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने इस संबंध में एक एडवाइजरी जारी की है. सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है और चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है. पुलिस ने कहा है कि ‘प्रदर्शन की आड़ में किसी को भी गड़बड़ी करने की इजाजत नहीं है, अगर किसानों को दिल्ली जाना है तो बस या ट्रेन से जाएं, लेकिन हम उन्हें ट्रैक्टर से दिल्ली नहीं जाने देंगे.’

किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च का नेतृत्व कर रहे पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि ‘पीएम मोदी को इस बारे में किसानों से बात करनी चाहिए और हमें आश्वासन देना चाहिए कि हमारी आवाज सुनी जाएगी.’

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया The Lucknow Tribune के  Facebook  पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें... -------------------------
E-Paper