विद्यार्थियों को रुद्राक्ष धारण करते समय इन बातों का रखना चाहिए ध्यान, मिलेंगे कई लाभ

हिंदू धर्म में रुद्राक्ष धारण करना बेहद शुभ फलदायी माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि रुद्राक्ष पहनने से व्यक्ति का मन अध्यात्म की ओर लगता है और यह मानसिक और शारीरिक संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। यहीं नहीं रुद्राक्ष व्यक्ति को नेगेटिविटी से दूर रखता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार,विद्यार्थियों को रुद्राक्ष पहनाने से पढ़ाई में उनका मन लगता है और उन्हें पढ़ाई बोझ नहीं लगती है। विद्यार्थियों के लिए 4 मुखी रुद्राक्ष, 6 मुखी रुद्राक्ष या गणेश रुद्राक्ष सबसे शुभ माना जाता है। चलिए जानते हैं कि विद्यार्थियों को रुद्राक्ष पहनते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

चार मुखी रुद्राक्ष: चार मुखी रुद्राक्ष पर ऊपर से नीचे की ओर 4 रेखाएं नजर आती हैं। मान्यता है कि 4 मुखी रुद्राक्ष पहनने से एकाग्रता बढ़ती है और विद्यार्थी किसी भी समस्या का समाधान निकालने में सक्षम होते हैं। विद्यार्थियों को 4 मुखी रुद्राक्ष की 11 मोतियों से बनी माला को पहनना मंगलकारी माना जाता है।

पंचमुखी रुद्राक्ष: जो विद्यार्थी नर्वस रहते हैं या अक्सर उन्हें तनाव रहता हैं उन्हें पंचमुखी रूद्राक्ष पहनना चाहिए। यह इन विद्यार्थियों के लिए अत्यधिक लाभकारी साबित होगा। रुद्राक्ष को हमेशा लाल धागे में पहनना चाहिए। इसके साथ ही रुदाक्ष का धारण करने से पहले इसे घी और दूध में 24 घंटे भिगोकर रखना चाहिए।

छह मुखी रुद्राक्ष: छह मुखी रुद्राक्ष धारण करना भी बेहद शुभ माना जाता है। इसे बच्चे में सीखने की क्षमता बढ़ती है और वह किसी भी काम को मेहनत और लगन के साथ पूरा करता है।

परीक्षा में मिलेगी सफलता: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिन विद्यार्थियों को सफलता पाने में बाधाओं का सामना करना पड़ता है, उन्हें एक गणेश रुद्राक्ष, एक चार मुखी रुद्राक्ष और एक छह मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। इससे विद्यार्थियों को परीक्षा में अच्छे परिणाम मिलेंगे।

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