उत्तर प्रदेश

प्रोफेसर उपेंद्र कुमार ने तीसरे अंतर्राष्ट्रीय गेहूं कांग्रेस में भारत का प्रतिनिधित्व किया

बरेली,01अक्टूबर। महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखंड विश्वविद्यालय, बरेली के वनस्पति विज्ञान विभाग के प्रोफेसर उपेंद्र कुमार ने 21 से 28 सितंबर 2024 तक पर्थ, ऑस्ट्रेलिया में आयोजित तीसरे अंतर्राष्ट्रीय गेहूं कांग्रेस में भाग लिया। इस महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय मंच पर प्रोफेसर उपेंद्र कुमार ने गेहूं की पोषण गुणवत्ता में सुधार के लिए किए गए अपने असाधारण शोध कार्य को प्रस्तुत किया, जिसे वैश्विक वैज्ञानिक समुदाय ने सराहा।
कांग्रेस के दौरान, प्रोफेसर उपेंद्र कुमार ने ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, स्विट्ज़रलैंड और अमेरिका के वैज्ञानिकों के साथ गेहूं की गुणवत्ता सुधार पर गहन चर्चा की। इस चर्चा के परिणामस्वरूप उन्होंने भविष्य में इस क्षेत्र में और अधिक उन्नति के लिए एक ठोस रूपरेखा तैयार की, जिसमें विभिन्न देशों के वैज्ञानिकों के साथ सहयोग भी शामिल है। यह वैश्विक सहयोग न केवल गेहूं की पौष्टिक गुणवत्ता में सुधार लाएगा, बल्कि खाद्य सुरक्षा को भी सुदृढ़ करेगा।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर के.पी. सिंह ने प्रोफेसर उपेंद्र कुमार को उनकी उपलब्धि पर हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा, “यह हमारे विश्वविद्यालय और देश के लिए अत्यंत गर्व की बात है कि प्रोफेसर उपेंद्र कुमार ने वैश्विक मंच पर अपनी शोध प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उनकी इस भागीदारी से न केवल विश्वविद्यालय, बल्कि समूचे भारतीय कृषि वैज्ञानिक समुदाय को भी लाभ होगा।”
तीसरे अंतर्राष्ट्रीय गेहूं कांग्रेस का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर गेहूं उत्पादन और उसकी पोषण गुणवत्ता को सुधारने के लिए वैज्ञानिक अनुसंधान और नवाचारों पर विचार-विमर्श करना था। प्रोफेसर उपेंद्र कुमार का इस दिशा में योगदान निश्चित रूप से सराहनीय और प्रेरणादायक है।

बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट

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