पति ने की 150 कॉल, पत्नी ने नहीं उठाया फोन, उसके बाद जो किया जानकर उड जाएगें होश

बेंगलुरु। एक पुलिस कांस्टेबल ने अपनी पत्नी को एक-दो नहीं करीब 150 कॉल किया। उन्होंने उनका जवाब नहीं दिया। इसके बाद उसे अपनी पत्नी की वफादारी पर संदेह हो गया। इसके जवाब में उसने खौफनाक कदम उठाया और पत्नी की हत्या कर दी। आपको बता दें कि महिला ने हाल ही में अपने माता-पिता के घर पर एक लड़के को जन्म दिया था। 150 बार कॉल करने के बाद भी उसने जवाब नहीं दिया तो पति ने अपना आपा खो दिया। वह चामराजनगर शहर से 230 किमी की यात्रा कर होसकोटे के पास अपनी पत्नी के पैतृक घर पहुंचा। यहां उसने कीटनाशक पी लिया और सोमवार सुबह अपनी पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर दी।

24 वर्षीय मृतिका प्रथिबा ने 11 दिन पहले होसकोटे के पास कलाथुर गांव में लड़के को जन्म दिया था। चामराजनगर के रामसमुद्र में चामराजनगर पूर्व पुलिस स्टेशन इलाक में रहने वाले आरोपी किशोर डी की हालत गंभीर है। उसने खुद को कोलार के तमाका स्थित आरएल जलप्पा अस्पताल में भर्ती कराया था। होसकोटे पुलिस ने उसे दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया। पुलिस ने कहा कि किशोर को छुट्टी मिलने के बाद हिरासत में लिया जाएगा।

पुलिस के अनुसार, किशोर को प्रतिभा के चरित्र पर संदेह था। वह नियमित रूप से उसके मैसेज और कॉल रिकॉर्ड की जांच करता था। जो भी उसे संदेश भेजता था या वह उससे बात करता था या उसके अतीत के बारे में पूछताछ करता था। उसने अपनी पत्नी पर यह भी आरोप लगाता था कि वह अपने कॉलेज के कुछ पुरुष साथियों के साथ घूम रही थी।

रविवार शाम को किशोर ने प्रतिभा को फोन किया और किसी बात पर उसे डांटने लगा। प्रतिभा रोने लगी। इसके बाद उसकी मां वेंकटलक्ष्मम्मा ने फोन उठाया और कॉल काट दी। उसने प्रतिभा से कहा कि अगर वह रोती रही तो उसके नवजात शिशु के स्वास्थ्य पर असर पड़ेगा। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रतिभा किशोर की कॉल अटेंड न करें। अगली सुबह प्रतिभा को पता चला कि किशोर ने उसे 150 बार फोन किया था। प्रतिभा ने इसकी जानकारी अपने माता-पिता को दी।

पुलिस के मुताबिक, किशोर सोमवार सुबह करीब 11.30 बजे प्रतिभा के पैतृक घर पहुंचे। जब वह घर आया तो वेंकटलक्ष्मम्मा छत पर जा रही थी। प्रतिभा और बच्ची घर की पहली मंजिल पर थे। पुलिस ने बताया कि किशोर ने पहले कीटनाशक खाया और फिर अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। उसने दुपट्टे से गला घोंटकर प्रतिभा की हत्या कर दी। वेंकटलक्ष्मम्मा नीचे आईं और दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई। खतरे को भांपते हुए उसने खटखटाना जारी रखा और किशोर से दरवाजा खोलने को कहा। 15 मिनट बाद उसने दरवाजा खोला। मौके से भागने से पहले उसने वेंकटलक्षम्मा से कहा, “मैंने उसे मार डाला, मैंने उसे मार डाला।“

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