18 साल बाद महिला को मिला ड्राइविंग लाइसेंस, 959 बार हुई फेल, इतना पैसा कर दिया खर्च

एक 69 साल की एक बुजुर्ग महिला को करीब 18 साल के इंतजार के बाद आखिरकार अपना ड्राइविंग लाइसेंस मिल गया है. चा सा-सून नामक महिला दक्षिण कोरिया के जियोंजू की रहने वाली हैं. उन्होंने 960 बार टेस्ट दिया और इस बार उन्हें सफलता मिल गई. वह 959 बार फेल हुई हैं. उन्होंने तीन साल तक हफ्ते में पांच दिन लगातार टेस्ट भी दिया. सा-सून ने अपना पहला लिखित टेस्ट अप्रैल 2005 में दिया था.

मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने बाद में हफ्ते में दो दिन लिखित टेस्ट देना शुरू कर दिया. इसमें पास होने के बाद प्रैक्टिकल टेस्ट की बारी आई. उन्होंने फिर 10 बार की कोशिश के बाद ड्राइविंग टेस्ट पास किया. कुल मिलाकर उन्हें 960 बार परीक्षा देनी पड़ी. और अब उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस मिल गया है.

रिपोर्ट्स के अनुसार, इन सबमें सा-सून के 11,000 पाउंड (करीब 11 लाख रुपये) खर्च हुए हैं. वह अपना परिवार पालने के लिए सब्जी बेचने का काम करती हैं. इस बिजनेस के लिए उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस की काफी जरूरत थी, इसी वजह से उन्होंने कभी हार नहीं मानी. उनके ड्राइविंग इंस्ट्रक्टर ने कहा कि उन्हें अब राहत महसूस हो रही है. उन्होंने कहा, ‘जब उन्हें अपना लाइसेंस मिला, तब हम सभी काफी खुश हुए और उन्हें गले लगाया, फूल दिए. ऐसा महसूस हुआ, जैसे हमारे कंधों से बड़ा बोझ उतर गया हो. हम में इतनी हिम्मत नहीं थी कि उन्हें हार मान लेने को कहते, क्योंकि वह लगातार कोशिश कर रही थीं.’

सैकड़ों अटेंप्ट देकर पास होने के बाद सा-सून सेलिब्रिटी बन गई हैं. वह कार कंपनी Hyundai के विज्ञापन में भी दिखाई दीं. दक्षिण कोरिया की कंपनी Hyundai ने उन्हें 11,640 पाउंड (करीब 11.78 लाख रुपये) की कार भी गिफ्ट की है. कोरियन ड्राइवर लाइसेंस एजेंसी के अनुसार, 50 मिनट के लिखित टेस्ट में सड़क के नियम और कार के रखरखाव से जुड़े 50 बहु विकल्पीय प्रश्न होते हैं. 775वीं बार फेल होने के बाद फरवरी में सा-सून ने कहा था, ‘मेरा मानना ​​है कि अगर आप लगातार प्रयास करें, तो अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं.’

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